मीरापुर/कस्बा मीरापुर मे वर्षो से ब्राहमण समाज के अध््यक्ष पद को लेकर खीच तान चल रही थी क्योकि आज तक जितने भी अध््यक्ष हुऐ उनमे से एक दो केा छोडकर किसी ने भी हिसाब तक नही दिया। बस चन्दा लेने मे सब आगे रहे परशुराम जंयती के अवसर पर दो चार लोगो ने ही विनोद नागर को ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बना दिया न तो इस बारे मे पूरे समाज की मिंटीगकी गयी न ही विचार विर्मश किया गया एक ऐसे व्यक्ति को चार लोगो ने अध््यक्ष नियुक्त किया जिसकी समाज मे छवि एक बलात्कारी व दुराचारी की है। तथा अगे्रजो की तरह परिवार मे पफूट डालकर अपनी दुश्मनी निकालना हे तथा इस विनोद नागर के कस्बा मीरापुर मे सैकडो परिवार उसके द्वारा पीडित किये गये है। वे लोग उत्पीडन सहकर या कस्बा छोडकर चले गये या उनको मरवा दिया गया है। आत तक उनका कोई अतापता नही है इस ब्राहमण समाज के ठेकेदार ने अपने जीवन मे दो बलात्कार किये एक जिससे इसकी सर्व समाज ने जबरदस्ती शादी करायी वह प्रमाण जनता का सामने है तथा दूसरा बलात्कार हमे लता शर्मा से सन 1982 मे किया था जिसका मुकदमा थाना मीरापुर मे दर्ज है लेकिन ध्न बल का प्रयोग कर गवाहो को पक्ष द्रोही कर केस को पैसे के बल पर समाप्त कर दिया गया। लेकिन आज तक पफैसले के बाद से उसका कही कोई अतापता नही है दर्जनो झूठे मुकदमे अमर उजाला पत्राकार की आड मे पुलिस की मिली भगत कर करवा चुका है इसकी भी क्षेत्रा मे जांच करायी जा सकती है क्षेत्रा मे विनोद नागर की क्या छवि है यह इस बात से भी पता चलता है कि किस तरह एक व्यक्ति अपनी संस्था के माध््यम से छात्रो का शोषण कर रहा है। अभी पूर्व मे बसंत इण्टर कालिज मीरापुर मे परिक्षा केन्द्र बना था जो कि चार लाख रूपये मे नकल कराने के लिये दे दिया गया था दूसरे पत्राकार इन सच्ची खबरो को छापवाने की हिम्मत नही कर सकते है वही विनोद नागर चार भाई थे चारो की शादियां किस किस बिरादरी मे हुई यह भी सब जानते है किस कारण इसको ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बनाया गया है बस एक ही कारण था पैसा पैसे के बल पर चन्द लोगो ने ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बना दिया वह पूर्व अध््यक्ष सुध्ीर शर्मा कुतुबपुर वाले ने कहा इस तरह से तो कोई भी अध््यक्ष बन सकता है एक ही बिरादरी के दर्जनो अध््यक्ष बन सकते है वही रामकुमार शर्मा ने कहा कि मै इस कार्य प्रणाली से खुश नही चोरी छिपे कोई अध््यक्ष नही बन सकता है अगर अध््यक्ष बनना था पूरे समाज की सभा बुलायी जानी आवश्यक थी सबकी सहमति जरूरी थी यह समाज का कार्य है किसी एक का कार्य नही था वह रिजेश शर्मा ने कहा कि ऐसे व्यक्तियो को अध््यक्ष देने से क्या लाभ है जो किसी भी समाज के काम न आ सके अपने समाज की बात करनी तो बेईमानी होगी ब्राहमण समाज की एक बुद्ध् जीवी समाज होने के कारण क्या इस के अलावा ब्राहमणो का कोई दूसरो व्यक्ति अध््यक्ष पद के योग्य नही है अगर यह योग्य था तो सभा कराने से क्यो उन चार व्यक्तियो ने ही क्यो अध््यक्ष बनाया क्या मीरापुर मे चार व्यक्ति ही रहते है इस बात को लेकर ब्राहमणो मे कापफी शेष व्याप्त है कि एक बलात्कारी व दुराचारी को ही अध््यक्ष क्यो बनाया
Janta ko Hakikat se robaro karana News ham tak ham app Tak Vats times Muzaffarnagar.................. Vinod Vats
शनिवार, 15 जून 2013
कुछ लोगो ने बलात्कारी व दुराचारी को बनाया ब्राहमण समाज का अध्यक्ष
मीरापुर/कस्बा मीरापुर मे वर्षो से ब्राहमण समाज के अध््यक्ष पद को लेकर खीच तान चल रही थी क्योकि आज तक जितने भी अध््यक्ष हुऐ उनमे से एक दो केा छोडकर किसी ने भी हिसाब तक नही दिया। बस चन्दा लेने मे सब आगे रहे परशुराम जंयती के अवसर पर दो चार लोगो ने ही विनोद नागर को ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बना दिया न तो इस बारे मे पूरे समाज की मिंटीगकी गयी न ही विचार विर्मश किया गया एक ऐसे व्यक्ति को चार लोगो ने अध््यक्ष नियुक्त किया जिसकी समाज मे छवि एक बलात्कारी व दुराचारी की है। तथा अगे्रजो की तरह परिवार मे पफूट डालकर अपनी दुश्मनी निकालना हे तथा इस विनोद नागर के कस्बा मीरापुर मे सैकडो परिवार उसके द्वारा पीडित किये गये है। वे लोग उत्पीडन सहकर या कस्बा छोडकर चले गये या उनको मरवा दिया गया है। आत तक उनका कोई अतापता नही है इस ब्राहमण समाज के ठेकेदार ने अपने जीवन मे दो बलात्कार किये एक जिससे इसकी सर्व समाज ने जबरदस्ती शादी करायी वह प्रमाण जनता का सामने है तथा दूसरा बलात्कार हमे लता शर्मा से सन 1982 मे किया था जिसका मुकदमा थाना मीरापुर मे दर्ज है लेकिन ध्न बल का प्रयोग कर गवाहो को पक्ष द्रोही कर केस को पैसे के बल पर समाप्त कर दिया गया। लेकिन आज तक पफैसले के बाद से उसका कही कोई अतापता नही है दर्जनो झूठे मुकदमे अमर उजाला पत्राकार की आड मे पुलिस की मिली भगत कर करवा चुका है इसकी भी क्षेत्रा मे जांच करायी जा सकती है क्षेत्रा मे विनोद नागर की क्या छवि है यह इस बात से भी पता चलता है कि किस तरह एक व्यक्ति अपनी संस्था के माध््यम से छात्रो का शोषण कर रहा है। अभी पूर्व मे बसंत इण्टर कालिज मीरापुर मे परिक्षा केन्द्र बना था जो कि चार लाख रूपये मे नकल कराने के लिये दे दिया गया था दूसरे पत्राकार इन सच्ची खबरो को छापवाने की हिम्मत नही कर सकते है वही विनोद नागर चार भाई थे चारो की शादियां किस किस बिरादरी मे हुई यह भी सब जानते है किस कारण इसको ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बनाया गया है बस एक ही कारण था पैसा पैसे के बल पर चन्द लोगो ने ब्राहमण समाज का अध््यक्ष बना दिया वह पूर्व अध््यक्ष सुध्ीर शर्मा कुतुबपुर वाले ने कहा इस तरह से तो कोई भी अध््यक्ष बन सकता है एक ही बिरादरी के दर्जनो अध््यक्ष बन सकते है वही रामकुमार शर्मा ने कहा कि मै इस कार्य प्रणाली से खुश नही चोरी छिपे कोई अध््यक्ष नही बन सकता है अगर अध््यक्ष बनना था पूरे समाज की सभा बुलायी जानी आवश्यक थी सबकी सहमति जरूरी थी यह समाज का कार्य है किसी एक का कार्य नही था वह रिजेश शर्मा ने कहा कि ऐसे व्यक्तियो को अध््यक्ष देने से क्या लाभ है जो किसी भी समाज के काम न आ सके अपने समाज की बात करनी तो बेईमानी होगी ब्राहमण समाज की एक बुद्ध् जीवी समाज होने के कारण क्या इस के अलावा ब्राहमणो का कोई दूसरो व्यक्ति अध््यक्ष पद के योग्य नही है अगर यह योग्य था तो सभा कराने से क्यो उन चार व्यक्तियो ने ही क्यो अध््यक्ष बनाया क्या मीरापुर मे चार व्यक्ति ही रहते है इस बात को लेकर ब्राहमणो मे कापफी शेष व्याप्त है कि एक बलात्कारी व दुराचारी को ही अध््यक्ष क्यो बनाया
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