vatstaimes miranpur |
Hindinews.com |
भारत पाकिस्तान को प्रतिदिन 40 करोड़़ घन फुट गैस निर्यात करने का
इच्छुक है लेकिन शुल्क मुद्दे पर बात अटकी हुई है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक संसाधन
मंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने यह बात कही। अब्बासी ने कहा कि हाल ही में भारत की
सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी गैस पारेषण एवं विपणन कंपनी गेल इंडिया का
प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने भारत से गैस आयात के बारे
में पाकिस्तान की इच्छा जाननी चाही। उन्होंने कहा, कि निम्न शुल्क पर बात पक्की
होने पर ही भारत से गैस आयात हो सकेगी। समाचार पत्र न्यूज डेली ने मंत्री के हवाले
से लिखा, ‘‘इस समय देश में उर्जा की कमी है। हमने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है और
हमारे विशेषज्ञ जल्द ही भारत दौरे पर जाएंगे और इसकी राह में आ रही अड़चनों का
निवारण करेंगे।’’
गैस निर्यात के लिए भारत में जालंधर से अटारी और उसके बाद बाघा
सीमा तक पाइपलाइन बिछानी होगी। एक बार समझौता हो जाने पर परियोजना को पूरा होने में
एक से डेढ़ साल का समय लग जायेगा। पाकिस्तान में मौजूदा एलएनजी मांग आठ अरब घन फुट
है, जबकि इसका उत्पादन 4 अरब घन फुट है। पाकिस्तान को हर संभव संसाधनों से गैस आयात
करने की आवश्यकता है, पकिस्तान के पास कोई गैस भंडारण की भी सुविधा नहीं है। मंत्री
ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की नई सरकार पिछली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार
द्वारा किये गये अरबों डालर की ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन परियोजना पर किये गये
समझौते का सम्मान करेगी क्योंकि यह समझौता दो देशों की सरकारों के बीच हुआ है।
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