मु0नगर। जनपद मे अमान्यता प्राप्त सैकडो विद्यालय प्रशासन के दम पर चल रहे है शिक्षा विभाग की अनदेखी के कारण ऐसा नही हो रहा है बल्कि शिक्षा विभाग के अध्किारियो की मिली भगत के कारण ऐसा हो पा रहा है ब्लाक स्तर पर सहायक शिक्षा अध्किारी होने के कारण अमान्यता विद्यालय किसी न किसी रूप में हर माह शिक्षा अध्किारी को एक मुस्त रकम सुविध शुल्क के रूप में देते रहते है एक अमान्यता प्राप्त विद्यालय के अध्यापक से जब पूछा गया कि आप लोग प्रमाण पत्रा कहां से देते हो तो उसने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्षेत्रो में जो इण्टर कालिज चल रहे है उनको एक तय रकम दी जाती है उनके यहां ही हमारे छात्रा छात्राओ के नाम दर्ज होते है जिसके कारण हमको कोई परेशानी नही होती है वे विद्यालय के लोग ही हमारी हर समस्या को हल कराते है उनके दम पर ही हम लोग निश्चित होकर बिना मान्यता के इण्टर कालिज चला रहे है ये कालिज के प्रधनाचार्य के माध्यम से ही हम लोग हर माह सुविध शुल्क के रूप में समय पर देते रहते है जिसके कारण न तो कभी बेसिक शिक्षा अध्किारी की रेड की चिन्ता रहती ही नही है जिला विद्यालय के छापे का डर भी नही होता जिसके कारण जनपद में सैकडो अमान्यता के विद्यालय बेखौपफ चल रहे है तहसील खतौली देहातो व खतौली में दर्जनो ऐसे इण्टर कालिजो में आॅन रिकार्ड दर्ज है यही हाल तहसील जानसठ का भी है वर्षो से पफर्जी टी0सी0 के अडडे चल रहे है अध्किारी पफर्जी टी0सी0 पकडते है एक मोटी रकम ऐठते है और छोड देते है इस प्रकार की घटना तहसील जानसठ में कुछ माह पूर्व घटी थी जिसमें सहायक बेसिक शिक्षा अध्किारी द्वारा पफर्जी टी0सी0 बनाने वाले को छोड दिया था यह है शिक्षा अध्किारी का यह खेल वर्षो से चल रहा है जिसके कारण क्षेत्रा में अमान्यता प्राप्त विद्यालयो व पफर्जी टी0सी0 के अडडे खुले आम चल रहे है जो सब अध्किारियो के दम पर चल रहा है कस्बा मीरापुर क्षेत्रा आसपास इलाको में दर्जनो अमान्यता इण्टर कालिज खुले आम चल रहे है कस्बा मीरापुर में जो बी0आर0सी0 पर नियुक्त अध्किारी के माध्यम से इनको खुली छूट दे रखी है अगर उफपर से कोई टीम जांच के लिये आती है तो ये नीचे के कर्मचारी इनको इसकी सूचना देते है और जांच में कुछ नही मिल पाता है जबकि कस्बा मीरापुर द्वोत्रा में दर्जनो अमान्यता इण्टर कालिज व जूनियर हाई स्कूल चल रहे है कस्बा मीरापुर में सी0बी0एस0 सी0 के पैर्टन पर आधरित जूनियर हाई स्कूल चल रहा है जिसको सहायक बेसिक शिक्षा अध्किारी जानसठ ने मान्यता के नियमो को ताक पर रखते हुऐ मात्रा 40000 रूपये में कक्षाः-5 की मान्यता दे दी जबकि वह मान्यता अवैध् तरीके व पैसे के बल पर दी गयी क्षेत्रा में इस प्रकार की चर्चा जोरो पर इस पूरे प्रकरण की जांच जनहित में अति आवश्यक है वह खेल शिक्षा विभाग के अध्यिकारी खेल रहे है वर्तमान में सनातन ध्र्म इण्टर कालिज मीरापुर में आज सैकडो छात्रा छात्राओ अमान्यता प्राप्त इण्टर कालिजो के दर्ज है इनके संरक्षण में इन अवैध् ध्न्धे को अन्जाम दिया जा रहा है एक और बसंत इण्टर कालिज मीरापुर जो शिक्षा के नाम पर कंलक है जिसके यहां भी क्षेत्रा के सैकडो छात्रा छात्राये आॅन रिकार्ड दर्ज है जिसकी सैकडो शिकायतो के बाद भी जिला विद्यालय निरिक्षक मु0नगर ने आजतक इनके खिलापफ कोई ठोस कार्य वाही नही की इससे क्या प्रतित होता है कि यह सब पैसे का खेल नही तो ओर क्या है जिला विद्यालय निरिक्षक के यहां लिपिक मौ0 अहसान मनीष सुनील तो ऐसे बाबू है जो बंसत इण्टर कालिज मीरापुर की जनसूचना अध्किारी अध्निियम का भी मखौल बना रहे है कई वर्ष बीत जाने पर भी आज तक सूचना नही दी गयी है यह शिक्षा विभाग की मिली भगत का खेल नही तो क्या है क्योकि उक्त इण्टर कालिज मीरापुर के प्रधनाचार्य प्रबंन्ध्क द्वारा हजार रूपये प्रति छात्रा लिया जाता है जिसके कारण अगर मु0नगर आपिफस में इन विद्यालयो क खिलापफ कोई शिकायत आती है तो उक्त विद्यालयो को तुरन्त सूचना मिल जाती है जैसे ये बाबू सरकारी न होकर इन प्राइवेट विद्यालयो के दलाल हो इन हर सम्भव मदद करते है इन लिपिको को जनपद में वर्षो से एक ही स्थान पर जमें हुऐ है ये लिपिक करोडो रूपये की सम्पत्ति के मालिक है इनकी जांच परिवर्तन निदेशालय विभाग लखनउफ द्वारा जनहित में अति आवश्यक है।
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