शुक्रवार, 10 जुलाई 2015

इन्दिरापुरम के चैकिंग के नाम पर वर्षो से होती है अवैध वसूली

वत्स टाइम्स संवाददाता गाजियाबाद अमित गुप्ता
गाजियाबाद इन्दिरापुरम वैशाली एंव वसुन्धरा में पुलिस के द्वारा जो चैंकिग की जाती है उसमें अवैध वसूली का खेल अधिकारियो द्वारा व छोटे कर्मचारियो की मिली भगत के आधार पर किया जाता है चैंकिग के नाम पर ये लोग कहीं पर भी बैरिकैट लगाकर चैंकिग शुरूकर दी जाती है अधिकारी व कर्मचारी अवैध वसूली के चक्कर में पैसा बटोरने लग जाते है वहंी बडे बडे अपराधी इनकी चैकिंग के दौरान इनके मुंह पर पैसा मारकर अपराधी नाक के नीचे से निकल जाते है क्योकि अपराधी पैसे की किमत नही समझता पैसे को पानी की तरह बहाकर वह अपना रास्ता साफ करते हुए भागने में सफल हो जाता है तथा आम आदमी अपनी खुन पशीने की कमाई को देते हुए झीक झीक करता है इसलिये पुलिस आम आदमी को परेशान करतीहै यदि किसी घटना की जानकारी पुलिस को देता है तो पुलिस के कर्मचारी छुटभईया उल्टे उसी को उल्टा सीधा कह कर भगा देते है और उनको सीख दी जाती है कि ऐसा क्योकि करते हो अपना रास्ता पकडो जो पुलिस की मदद करता है उसे भी डाट फटकार सहनी पडती है ऐसा इन्दरापुरम के एक निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया जिसके कारण आम आदमी पुलिस के पास जाने से भी कतराता है इन्दरापुरम व वसुन्धरा आदि में पुलिस की मिली भगत के कारण ही अतिक्रमण अपनी चरम सीमा पर है जिसकी शिकायत क्षेत्र की जनता सैकडो बार उच्च अधिकारियो से कर चुकी है सिजके कारण जब कोई उपर से अतिक्रमण के बार में पूछता है तो उन अधिकारियो को दिखाने के लिये कुछ दिनो के लिये अतिक्रमण को पुलिस द्वारा हटा दिया जाता है जिससे जनता केा कुछ राहत मिलती है लेकिन धीरे धीेरे फिर वही अतिक्रमण सडको पर राक्षस की तरह मुहं बाये खडा हो जाता है और जनता अपने आपको बेबस व लाचार पाती है न जाने कब किस समय किस दिन इस अतिक्रमण से जनता को निजात मिलेगी। क्षेत्र की जनता जिलाधिकारी महोदय से इस समस्या से निजात दिलाने की गुहार करती है इस समस्या की ओर ध्यान देकर जनहित में समस्या को खत्म करे। 

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